पिथौरागढ़ में बारिश बनी आफत, दो दर्जन से अधिक सड़कें बंद | आदि कैलाश यात्रा टली

उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में बारिश के कारण हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। रविवार देर रात जिले के कई हिस्सों में हुई तेज बारिश ने दो दर्जन से अधिक सड़कों को ठप कर दिया है। वहीं, भूस्खलन और मलबा आने के चलते आदि कैलाश यात्रा का दूसरा चरण भी स्थगित कर दिया गया है।
सड़कों पर मलबा, ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन बाधित
रविवार रात हुई भारी बारिश के बाद जिले की मुख्य और ग्रामीण सड़कों पर मलबा आ गया है। थल-पिथौरागढ़ मोटर मार्ग, थल-बेरीनाग मार्ग, पांखू-कोटमन्या मार्ग, और थल-लेजम मार्ग सहित कम से कम 19 ग्रामीण मार्ग, 2 बीआरओ मार्ग और 2 राज्य मार्ग बंद हैं।
📌 थल के पास सड़क पर मलबा आने से मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध
📌 गोल गांव में मलबा मकान तक पहुंचा, खतरे की स्थिति
📌 थह पावर हाउस की नहर को भी नुकसान
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर ने बताया कि:
“सभी विभागों को मार्ग खोलने के निर्देश दे दिए गए हैं। मशीनें लगाई जा चुकी हैं और शीघ्र ही सभी रास्तों को खोला जाएगा।”
आदि कैलाश यात्रा का दूसरा चरण टला
आज यानी 15 सितंबर से शुरू होने वाली आदि कैलाश यात्रा का दूसरा चरण बारिश और खराब मौसम के कारण फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
एसडीएम धारचूला जितेंद्र वर्मा के अनुसार:
“मौसम विभाग के येलो और ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए फिलहाल यात्रा की अनुमति नहीं दी जा रही है। अगला निर्णय 17 सितंबर के बाद लिया जाएगा।”
🔸 यात्रा के लिए दिल्ली निवासी चंद्रनारायण अग्रवाल (65) और उनकी पत्नी ममता अग्रवाल (63) रविवार को हल्द्वानी से पिथौरागढ़ रवाना हुए थे।
🔸 लेकिन मार्ग बाधित होने और इनर लाइन परमिट न मिलने के चलते यात्रा की शुरुआत नहीं हो सकी।
मौसम विभाग का अलर्ट जारी
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ भूस्खलन और चट्टान गिरने का खतरा बना हुआ है।
बारिश का आंकड़ा (मानसून 2025):
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उत्तराखंड (औसत): 1,322.1 मिमी (21% अधिक)
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पिथौरागढ़: 1,358.1 मिमी (4% कम), लेकिन असमान वितरण के कारण कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश और आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने यात्रियों और टूर ऑपरेटरों से अपील की है कि:
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आदि कैलाश यात्रा की योजना बनाने से पहले ताजा मौसम अपडेट और मार्ग की स्थिति की जानकारी लें।
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प्रशासनिक अनुमति और सुरक्षा निर्देशों के बिना बुकिंग या यात्रा आरंभ न करें।




