लोकसभा चुनाव में इस बार 80 वर्ष के बजाए 85 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं को घर से वोट डालने की सुविधा मिली
लोकसभा चुनाव में इस बार 80 वर्ष के बजाए 85 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं को घर से वोट डालने की सुविधा भी मिली है। चुनाव आयोग ने नियम में बदलाव भी कर दिया है। अब निर्वाचन कार्यालय की ओर से 85 से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं का चिन्हीकरण भी किया जा रहा है। इसी हिसाब से उन्हें घर से ही वोट की सुविधा दी जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया, प्रदेश में 80 से अधिक आयु वर्ग के 1 लाख 54 हजार 259 मतदाता हैं। इनमें से उन्हीं मतदाताओं को घर से वोट डालने की सुविधा भी मिलेगी, जिनकी आयु 85 वर्ष से अधिक है। ऐसे मतदाताओं को निर्वाचन कार्यालय तक अपना अनुरोध को भेजना पड़ता है। ऐसे वोटरों को बीएलओ से 12-डी फार्म भी भरना होता है। अनुमति मिलने पर मतदानकर्मी उनके घर जाकर मतदान को कराते हैं। मतदान दल में करीब 7 लोग होते हैं, जिसमें 1 सेक्टर अधिकारी, 2 मतदान अधिकारी, 1 माइक्रो ऑब्जर्वर, 1 पुलिसकर्मी, 1 वाहन चालक भी शामिल है। खास बात ये है कि घर से होने वाले मतदान की जानकारी संबंधित क्षेत्र के राजनीतिक दलों को दी जाती है, ताकि मतदान प्रक्रिया को भी देख सकें। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मुकाबले लोकसभा चुनाव के मतदेय स्थल भी बढ़ गए हैं। 2022 के विस चुनाव में प्रदेश में कुल 11,697 मतदेय स्थल थे, जिनकी संख्या लोकसभा चुनाव में बढ़कर 11,729 हो गई है। इसी प्रकार, विस चुनाव में प्रदेश में 81 लाख 72 हजार 173 मतदाता थे, जिनकी संख्या लोकसभा चुनाव में अब तक 82 लाख 43 हजार 423 तक पहुंच चुकी है।